लंदन – अगर आप भी बच्चे का बदन साफ करने के लिए वेट वाइप्स का इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं। एक स्टडी में पता चला है कि वेट वाइप्स के इस्तेमाल से बच्चों में एलर्जी पैद होती है। स्किन को केमिकल्स इन्फेक्शन से बचाने के लिए स्किन में एक कोटिंग पाई जाती है। इस कोटिंग को वेट वाइप्स में इस्तेमाल हुए साबुन से नुकसान पहुंचता है और स्किन केमिकल्स के प्रति संवेदनशील हो जाती है।
रिसर्चर्स ने वेट वाइप्स और एलर्जी के बीच संबंध का पता लगाने के लिए चूहों पर स्टडी की। रिसर्च टीम ने चूहे के शरीर पर सोडियम लौरिल सल्फेट नाम का साबुन लगाया, जो वेट वाइप्स में पाया जाता है। इस अभ्यास को दो हफ्ते की अवधि में तीन या चार बार अंजाम दिया गया। उसके बाद चूहों को अंडे या पीनट खाने के लिए दिया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि स्किन में जहां साबुन लगाया गया था, वहां रैश पड़ गए थे। घर में कई आम चीजों पाई जाती हैं, जिनको नियमित अंतराल पर बदलते रहना चाहिए।
घरेलू इस्तेमाल की इन चीजों को लम्बे समय तक इस्तेमाल करने से नुकसान पहुंच सकता है। जैसे टूथ ब्रश को तीन महीने बाद, हेयरब्रश को साल में एक बार, कीटानुनाशक को तीन महीने बाद, गद्दे को आठ सालों में, कारपेट को 5 से 15 साल में, डिशवॉशर को 10 से 15 सालों में, कड़ाही को तीन से पांच साल में, बाथरूम टॉवेल्स को एक से तीन साल में तकिया को 2 से 3 साल में बदल देना चाहिए।
Previous articleऑफिस के जिम में जाने से नहीं होता फायदा
Next articleपीड़िता के परिवार ने की मांग, दोषियों को मिले फांसी