फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि एशिया

-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती दखलअंदाजी को चुनौती देने के लिए भारत, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया का नया सामरिक गठबंधन बेहद जरुरी है।
ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गए राष्ट्रपति मैक्रों ने फ्रांस-ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को प्रगाढ़ बताते हुए कहा कि साल 2016 में 38 मिलियन डॉलर की पनडुब्बियों को आपूर्ति करने वाली जो डील की गई थी उसे जल्द पूरा किया जाएगा।

उन्होंने कहा ‎कि एक समान विचारधारा वाले देशों को अच्छे संबंध बनाने चाहिए।

साथ ही नई शुरुआत भी करनी चाहिए। मैक्रों ने ऑस्ट्रेलिया के नेवल बेस में दिए गए अपने भाषण में कहा ‎कि अगर हम एक समान साथी के रूप में चीन को देखना चाहते हैं तो हमें अपने आपको व्यवस्थित करना होगा।
इससे पहले मैक्रों ने चीन का दौरा किया था जहां उन्होंने बीजिंग को चेतावनी दी थी कि सिल्क रोड की शुरुआत एकतरफा नहीं होनी चाहिए।
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