जोधपुर 25 अप्रैल – राजस्थान में जोधपुर की एक अदालत ने गुरूकुल की नाबालिग से यौन शोषण के आरोपी कथा वाचक आसाराम तथा उसके दो सेवादारों को दोषी करार दिया है।
कडी सुरक्षा के बीच केन्द्रीय जेल में बनाई गयी अस्थाई अदालत में अनुसूचित जाति एवं जनजाति अधिनियम अदालत के न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा ने आसाराम तथा उसके दो सेवादार शिल्पी और शरतचन्द्र को नाबालिग से यौन शोषण करने का दोषी माना है।
आरोपियों को सजा तय करने के बारे में अदालत में अभी बहस जारी है। अदालत ने गिरोह बनाकर दुष्कर्म करने के 376 डी के मामले में आसाराम के चार सेवादारो में से शरत चन्द्र ,शिल्पी को भी दोषी माना है जबकि प्रकाश तथा शिवा को दोष मुक्त कर दिया । इनमें से प्रकाश को छोडकर शेष सभी जमानत पर थे। प्रकाश ने जेल में आसाराम की सेवा करने के लिये जमानत नही ली थी।
पारीक अजय रमेश्
जारीवार्ता
Previous article26 अप्रैल की प्रमुख घटनायें इस प्रकार -आज का इतिहास
Next articleअदालत के फैसले के दौरान लाल टोपी पहने आसाराम चिर परिचित सफेद पोशाक में अपने भाग्य का फैसला सुनने के लिए मौजूद थे ।