Bhopal Samachar

Bhopal Samachar – राजधानी भोपाल में ट्रैफिक की समास्या आए दिन बढ़ती जा रहीं हैं। शहर के ट्रैफिक को अभी ट्रैफिक सिग्नल से कंट्रोल किया जाता हैं।

लेकिन अब इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) द्वारा ट्रैफक सिग्नल को कंट्रोल किया जाएगा। इस सिस्टम से शहर के 27 स्थानों के ट्रैफिक पर नजर रखी जाती है। स्क्रीन पर यदि कोई वाहन चालक ट्रैफिक तोड़ता है तो यहां बैठे ऑपरेटर उसे अनाउंसमेंट कर चेतावनी देतेे हैं। इसके बाद भी यदि रूल्स तोड़े जाते हैं तो चालानी कार्रवाई होती है।

ये है इसका फ़ायदा

शहर में इन दिनों ट्रैफिक इतना बढ़ गया हैं की कई बार बीच रस्ते में ही लोग अपनी जान गवा देते हैं। हम बात कर रहे हैं मरीज़ो की जो कई बार एंबुलेंस में भी मौत का शिकार हो जाते हैं।

अगर कोई एंबुलेंस ट्रैफिक में फंसी है तो इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के तहत स्क्रीन पर देखकर सिग्नल को ग्रीन कर दिया जाएगा। ताकि मरीज को समय पर इलाज मिल सके। इसके अलावा ट्रैफिक डायवर्जन कंट्रोल रूम से होने वाले अनाउंसमेंट का उपयोग ट्रैफिक डायवर्जन को लागू करने के लिए भी किया जाएगा। इतना ही नहीं बल्कि वीआईपी मूवमेंट के समय कारकेड के लिए भी आईटीएमएस का उपयोग किया जा सकेगा।

ट्रैफिक सिग्नल की ऑफिस से होगी कंट्रोलिंग

स्मार्ट सिटी चीफ इंजीनियर रामजी अवस्थी के मुताबिक, अगले चरण में सिग्नल्स का कंट्रोल आईटीएमएस के जरिए करने की प्लानिंग कर रहे हैं। इसके बाद ट्रैफिक का मैनेजमेंट और आसान हो जाएगा

 

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