कमलनाथ सरकार होती तो करोना को लेकर प्रदेश की यह दुर्दशा नहीं होती - नरेंद्र सलूजा


कोरोना को लेकर प्रदेश की इस भयावह स्थिति का पाप भाजपा के सर हैं , उसकी सच्चाई पूरा प्रदेश जानता है


भोपाल -मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष द्वारा कोरोना को लेकर कांग्रेस पर लगाये आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि पूरा प्रदेश इस सच्चाई को जानता है कि आज प्रदेश की कोरोना को लेकर भयावह स्थिति का पाप भाजपा के ही सर है।


कोरोना की महामारी के संकट के दौर में दौर में एक चुनी हुई स्थिर सरकार को गिराने का पाप भाजपा ने किया है।आज प्रदेश में कमलनाथ सरकार होती तो कोरोना को लेकर इस तरह की भयावह स्थिति नहीं होती।कांग्रेस कोरोना को लेकर कोई राजनीति नहीं करना चाहती है और पूर्व में भी कमलनाथ जी स्पष्ट कर चुके हैं कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता सरकार के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है लेकिन इस संकट के दौर में भी भाजपा कोरोना के नाम पर राजनीति करने से नहीं चूक रही है , पूर्व की कांग्रेस सरकार पर झूठे आरोप लगा रही है।


सलूजा ने बताया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पूछ रहे हैं कि 15 दिन कमलनाथ सरकार किसे बचाने में और किसे छुपाने में लगी रही।पूरा प्रदेश जानता है कि भाजपा ने कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए 2 मार्च से खेल प्रारंभ किया , जिसकी सच्चाई कांग्रेस ने 3 मार्च को प्रदेश के सामने रखी।कांग्रेस ने 16 मार्च को विधानसभा का सत्र भी कोरोना के कारण स्थगित किया लेकिन

भाजपा नेता इसका उपहास उड़ाते हुए इसे डरोना बताने में लगे रहे।

भाजपा ने इसी महामारी के दौर में कोरोना के प्रोटोकॉल व गाइडलाइन एवं देश के प्रधानमंत्री मोदी जी की अपील का भी उल्लंघन करते हुए भाजपा विधायक दल की बैठक रखी , भीड़ भरा शपथ ग्रहण ग्रहण समारोह किया ,एक दूसरे से गले मिलकर हार -फुल पहनकर बधाइयां दी , विधानसभा का सत्र तक आहूत किया , जिसके परिणाम आज भोपालवासी व प्रदेश वासी भुगत रहे हैं।


सलूजा ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं कि वर्तमान मुख्यमंत्री अपने तीन कार्यकालों में अपने कामों से जनता के हृदय में बसे थे तो पूरे प्रदेश ने 11 दिसंबर 2018 में प्रदेश के चुनाव परिणाम भी देखे हैं , इन्हीं मुख्यमंत्री को व भाजपा को जनता ने घर बैठा कर कमलनाथ सरकार को जनादेश दिया लेकिन भाजपा से कमलनाथ सरकार के जन हितेषी कार्य सहन नहीं हुए इसलिए

उसने विभीषण की मदद लेकर व प्रलोभन का खेल खेलकर एक चुनी हुई निर्वाचित सरकार को गिरा दिया।पूरा प्रदेश जानता है कि जिस समय प्रदेश में कोरोना की शुरुआत हुई ,उस समय भाजपा कांग्रेस के विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाने में लगी हुई थी और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तक को उसने बंधक बनाकर बेंगलुरु में रखा।खुद के सारे विधायक भी प्रदेश से दूर गुरुग्राम में कई दिन तक पड़े रहे।यह गंदा खेल खेलने वाली भाजपा आज कांग्रेस पर किस मुंह से आरोप लगा रही है ?


कांग्रेस इस महामारी के दौर ना राजनीति करना चाहती है , ना आरोप-प्रत्यारोप लगाना चाहती है। जबकि सच्चाई पूरा प्रदेश देख रहा है कि एक व्यक्ति की सरकार में प्रदेश किस प्रकार से कोरोना को लेकर भी देश के शीर्ष राज्यों में शामिल होता जा रहा है , किस प्रकार से जनता खाने-पीने व राशन को लेकर सड़कों पर आ रही है , किस प्रकार से इलाज के अभाव में प्रदेश में मरीज रोज़ दम तोड़ रहे हैं

किस प्रकार से आवश्यक संसाधनों का प्रदेश में अभाव है ,प्रदेश के इंदौर-भोपाल की क्या स्थिति है

प्रदेश में मृत्यु दर देश की औसत दर से कितनी ज्यादा है , कोरोना के अलावा भी अन्य बीमारियों से इलाज के अभाव में प्रतिदिन मरीज दम तोड़ रहे हैं , दूसरे राज्यों की अपेक्षा मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर स्थिति क्यो गंभीर व भयावह है , स्वास्थ्य कर्मियों तक को सुरक्षा नहीं मिल पा रही है , उन पर हमले की घटनाएं हो रही है , उनसे अभद्र व्यवहार हो रहा है , यह सब शिवराज सरकार में हो रहा है।

बेहतर है भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति करने की बजाय व कांग्रेस को कोसने की बजाय , प्रदेश की स्थिति संभालने की तरफ ध्यान दें।

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