
रिसर्च के अनुसार ऐसा देखा गया है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में ज्यादा एंजायटी का शिकार होती है
क्योंकि महिलाएं घर , परिवार और दफ्तर में इतनी उलझ जाती है
जिस कारण खुद को समय ना दे पाने को वजह से कई दफा उनमें चिड़चिड़ापन शामिल होने लगता है
और देखते ही देखते उनमें anxiety disorder का शिकार आसानी से बन जाती है।
यदि इसका सही समय पर इलाज नहीं कराया गया तो यह परेशनी इतनी हावी हो जाती है
कि आपके दैनिक जीवन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है depression and anxiety
साथ ही साथ जिन चीजों से आपको आनंद मिलता उसमे भी आपका मन उचटने लगता है।
यह ऐसी गम्भीर बीमारी है जिसका समय पर इलाज नहीं कराया गया तो डिप्रेशन का रूप ले सकती है।

तो (anxiety attack symptoms)आइए जाने कैसे पहचाने एंजायटी के लक्षण।
1) बुरे सपने आना, अनावश्यक घबराहट के दौरे होना।
2) मन मे कई दफा बुरे विचार आना।
3) बिना कोई काम करें तेजी से सांस लेना।
4) सोने में परेशानी होना।
5) बार बार मुहं का सुखना, पसीना आना।
6) चिंता में दिन भर डूबे रहना
7) भयानक सपने आना या बुरी यादों का सताना।
8) अपने हॉबी में भी मन ना लगना।
9) जरूरत से भी ज्यादा नींद लेना।
10) चक्कर या बेहोशी का आना।
11) फोकस होने में परेशानी आना।
एंजायटी की कई तरह लक्षण मौजूद होते है
सभी को अलग अलग तरह के लक्षण पाएं जाते है उन समस्याओं का समझने की आपको ज़रूरत है।
एंजायटी का शिकार लगभग 90% लोग होने लगे है
यहां तक कि डॉक्टर की सलाह से भी दवाइयां भी लेते है
लेकिन साथ ही साथ आपको प्राकृतिक चिकित्सा की भी ज़रूरत है
जिसे आप आसानी से गम्भीर समस्या का सामना करने से खुद को रोकने में सफल साबित हो सकते है
तो आइए जाने नैचरल तरीके से एंजायटी को कैसे रोकें।
1) रोजाना व्यायाम या योगा करना।
2) 8 घण्टे की नींद पर्याप्त लेना और अपने सोने उड़ने का समय निर्धारित करना।
3) हेल्थी फ़ूड खाना। अपनी डाइट प्लान बनाकर उसे नियमित तौर पर फॉलो करना।
4) शराब, सिगरेट से परहेज करना।
5) मेडिटेशन करना meditation for anxiety , सुबह सबेरे सैर पर जाना।
6) खुद को सक्रिय रखना।
ऐसा रोजाना करने से आपकी दिनचर्या बेहतर बन सकती है आप खुद को एंजायटी और डिप्रेशन जैसे परेशनी के चपेट में भी नहीं आ सकते है।