कांग्रेस का यूपीए सरकार पर हमला, लगाया 2010 में लोहारी नागपाल प्रोजेक्ट को रोकने का आरोप

कांग्रेस का यूपीए सरकार पर हमला,लगाया 2010 में लोहारी नागपाल प्रोजेक्ट को रोकने का आरोप
कांग्रेस का यूपीए सरकार पर हमला,लगाया 2010 में लोहारी नागपाल प्रोजेक्ट को रोकने का आरोप

कांग्रेस का यूपीए सरकार पर हमला, लगाया 2010 में लोहारी नागपाल प्रोजेक्ट को रोकने का आरोप

कांग्रेस के प्रमुख नेता पवन खेरा (PAWAN KHERA) ने यूपीए (UPA) सरकार पर हमला बोलते हुए लोहारी नागपाल प्रोजेक्ट को रोकने का जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया है कि जीडी अग्रवाल नाम के बहुत बड़े एक्टिविस्ट हुआ करते थे। 2010 में कांग्रेस (CONGRESS) की सरकार हुआ करती थी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे।उस समय जयराम रमेश (JAYRAM RAMESH) जी पर्यावरण मंत्री थे। उन्होंने यूपीए (UPA) सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 600 मेगावाट का लोहारी नागपाल एक प्रोजेक्ट था।उसके विरोध में जीडी अग्रवाल (GD AGRAWAL) जी धरने पर बैठे। धरने के बाद यूपीए सरकार ने इस प्रोजेक्ट को रोक दिया।

पवन खेड़ा का आरोप यूपीए सरकार को कहा करती है “सामंजस्य की बात”
पवन खेड़ा ने यूपीए सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि यूपीए (UPA) सरकार में किसी की भी नहीं सुनी जाती है। कहा कि यूपीए सरकार लोगों की तो सुनती ही नहीं है साथ-साथ विशेषज्ञों की भी नहीं सुनती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि रवि चोपड़ा (RAVI CHOPRA) का नाम के एक पर्यावरण वित्त मंत्री थे, जिनका कुछ भी नहीं सुना जाता था इस कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा भी दे दिया।कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पोस्ट करते हुए पवन खेड़ा ने आरोप लगाया है कि एनडीए की सरकार अपने मन की करने वाली सरकार है। इसमें किसी विशेषज्ञों और किसी सलाहकारों की नहीं सुनी जाती है।

स्वामी ज्ञानस्वरूप की मौत का ठहराया जिम्मेदार
पवन खेड़ा ने बताया कि 2018 में भागीरथी डैम अब धरने पर बैठे स्वामी ज्ञान स्वरूप को बलपूर्वक एनडीए(NDA) सरकार ने हटा दिया था जिसके कारण स्वामी ज्ञान स्वरूप (SWAMI GYANSWAROOP) की मौत हो गई थी जो कि काफी पीड़ादायक थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा एनडीए सरकार बल प्रयोग कर किसी भी कार्य को करने में सक्षम होती है।