महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की तस्वीरों पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया गया

Mahatma Gandhi and Lal Bahadur Shastri
Mahatma Gandhi and Lal Bahadur Shastri

आज भोपाल के रवीन्द्र भवन सभागार में राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज द्वारा भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान अलंकरण समारोह का राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की तस्वीरों पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर प्रख्यात गांधीवादी चिंतक, विचारक एवं गणमान्य वरिष्ठ नागरिक और जनप्रतिनिधि उपस्थित हैं।
राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान अलंकरण समारोह

मुख्यमंत्री श्रीने आज पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर पुरानी विधानसभा चाराहा पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

यहां सीएम शिवराज ने ग्रामीण विकास विज्ञान समिति, जोधपुर के पदाधिकारियों को शॉल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र भेंट कर राष्ट्रीय महात्मा गांधी सम्मान 2021 से विभूषित किया। इस समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, छोटे-छोटे कार्यों और प्रयासों से भी गांधी जी के दर्शन के अलग-अलग पहलुओं को जमीन पर उतार सकते हैं, बापू के स्वच्छता जैसे प्रयासों को पीएम मोदी आगे बढ़ा रहे हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि, आज मैं नशामुक्ति अभियान का शुभारंभ करने वाला हूं। नशा नाश की जड़ है, इसको दादागीरी से बंद नहीं किया जा सकता है, इसके लिए लोगों को प्रेरित कर ही किया जा सकता है। यह गांधी जी का दर्शन है। गांधी दर्शन पर केवल विचार व्यक्त करने के स्थान पर उनके आदर्शों पर हम सभी चलें, तो राष्ट्र और समाज के नवनिर्माण में साझीदार हो सकते हैं, गांधी जी कभी अन्याय के सामने झुके नहीं। साथ ही उनका मन इतना बड़ा था कि अन्याय करने वाले को भी अपना शत्रु नहीं मानते थे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि, आज भी भारत ही नहीं पूरा विश्व कहता है कि गांधी दर्शन सर्वाधिक प्रासंगिक है। गांधी दर्शन का अनुसरण कर पाएं या नहीं कर पाएं, पर पूरी दुनिया मानती है कि इसके अलावा कोई दूसरा मार्ग नहीं है वही आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि, श्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने कहा था “जय जवान जय किसान” अटल जी ने उसमें जोड़ा “जय विज्ञान” माननीय प्रधानमंत्री मोदी ने उसमें जोड़ा “जय अनुसंधान