पांच माह पहले आईएस की नौकरी छोड़कर बनाई वरदमूर्ति मिश्रा अब राजनीति में कदम रख चुके हैं| उन्होंने एक पार्टी भी बनाई है,2023 में पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
आईएस वरदमूर्ति (IAS officer Varadmurti Mishra) ने तीन महीने पहले एक प्रेस वार्ता कर पार्टी की जानकारी दी थीं| और उन्होंने बोला कि सत्ता में बैठे सत्ताधारी प्रशासनिक समझ से दूर बैठे लोग मध्य प्रदेश के विकास बाधा बन रहे हैं और सरकार हर तरीके से नाकाम होती नजर आ रही है|
पार्टी बनाने का सिर्फ एक ही संदेश
पूर्व आईएएस वरद (IAS) मूर्ति ने कहा की पार्टी बनाने का सिर्फ एक ही संदेश है कि सरकार में दुख और कष्ट के सिवाए कुछ नहीं दिया| मैं और मेरे मित्र एक राजनीतिक संगठन से आप की लड़ाई लड़ने के लिए एकजुट हो रहे हैं और हम एक बेहतर शासन व्यवस्था शिक्षा, स्वास्थ्य साथ ही साथ उचित पोषण व्यवस्था को सुचारू रखने का काम करेंगे.
सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने केवल दुख और कष्ट के सिवाए कुछ नहीं दिया|
जरुरी है कि समय के साथ शिक्षा को बेहतर करने के लिए और प्रदेश की उन्नति के लिए एक ईमानदार व्यक्ति को चुना जाए|
पहले भी सुना चुके हैं सरकार को खरी-खोटी
पूर्व आईएएस मिश्रा ने एक प्रेस वार्ता के दौरान बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि सिस्टम से जुड़े होने पर कभी भी अधिकारी अपनी काबिलियत नहीं दिखा पाता क्योंकि अधिकारी को उसके मन मुताबिक काम करने की छूट नहीं होती क्योंकि वह एक राजनीतिक कठपुतली बनकर रह जाता है साथ ही साथ हमला बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा मध्य प्रदेश बीज का एक नकली हब बन चुका है और किसानों के हित के लिए सरकार सिर्फ कागजों पर कार्रवाई करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है
जनता की आवाज को दबाती है सरकार
मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में राजनीतिक गलियारों में सिर्फ और सिर्फ घमासान मची हुई है हर कोई न कोई कुर्सी में बैठना चाहता है फिर वह बल से हो या छल से लेकिन कुर्सी में बैठे सत्ताधारीओं को कुर्सी की समझ बहुत ही कम होती है जिसकी वजह से आज हमारा प्रदेश बहुत पिछड़ा हुआ नजर आ रहा है वर्तमान की सरकार शिवराज सिंह चौहान हर वादे पर असफल होते हुए नजर आ रहे हैं सारी व्यवस्थाएं शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार किसान सभी की सुविधाएं ऊंट के मुंह में जीरे की तरह जनता तक पहुंचाई जाती हैं
जनता का सीधा जुड़ाव
आपको बताते चलें कि 5 साल पहले अपनी नौकरी से इस्तीफा देने वाले आईएस मिश्रा का कहना है कि 26 साल की नौकरी में कई गांव कई जिलों रहकर मैंने जो जमीनी हकीकत देखी है उसको बदलना चाहता हूं और उस को बदलने के लिए राजनीति में कदम रखना जरूरी है
पूर्व आईएएस मिश्रा 1996 में पी डिप्टी कलेक्टर बने थे उसके बाद में कई पदों पर तैनात रहे और जिस भी जिले में रहे उस जिले की जनता का सीधा जुड़ाव आईएस मिश्रा से रहा ताकि आम जनमानस को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो सके इसलिए आईएस मिश्रा का कहना है कि जनता की बात जनता के साथ करना चाहता हूं और मैं जनता के हर दर्द को समझता हूं।