भोपाल रियासत नवाबी दौर की इमारतें दिन व दिन बदहाल होती जा रही हैं
भोपाल रियासत के पहले नवाब दोस्त मोहम्मद ख़ान के बेटे नवाब यार मोहम्मद खान
और उनके बेटे हयात मोहम्मद ख़ान के मज़ारों पर कोई चिराग जलाने वाला भी नहीं है
भोपाल रियासत पर 15 साल शासन करने वाले नवाब यार मोहम्मद ख़ान,

और उनके बेटे हयात मोहम्मद ख़ान के इस्लाम नगर भोपाल में मकबरे बने हुए हैं जो एक सुंदर कारिगरी का जीता जागता नमुना है,
1742 में नवाब यार मोहम्मद खान का इंतेक़ाल हुआ था उनको इस्लाम नगर में दफनाया था,
उसी के पास उनके बेटे हयात मोहम्मद खान का मकबरा है
जिनका 1808 में इंतेक़ाल हुआ था आज उनके मज़ारों पर कचरे का ढेर लगा हुआ है,

उन मज़ारों के आस पास जंगली झाड़ियों का अंबार लगा हुआ है
जिसकी आड की वजह से ये मज़ारे असामाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ है,
इस्लाम नगर की नवाबी जायदादों की ज़िम्मेदारी स्टेट अर्कोलिजिकल विभाग की है
जो के पूरी तरहा से अपनी आँखें बंद किये हुए है,
समाज सेवी संस्था मुस्लिम महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मुनव्वर अली ख़ान,

एवं इत्तेहाद युथ क्लब के अध्यक्ष परवेज़ कुरेशी ने बताया के हम इस्लाम नगर के
इन ऐतिहासिक मकबरों पर बड़ी मुश्किल से पहुंचे और वहाँ की बदहाली का नमुना आपके सामने रखा है,
इन संस्थाओं का ये भी कहना है(भोपाल रियासत नवाबी) अगर सरकारी एजेंसियां वहाँ के रख रखाव करने में असमर्थ हैं
तो वे लोग अपनी संस्था के लोगों के साथ उन मज़ारों की साफ सफाई व पुताई करा सकते हैं।
बहुत दिनों से देखा जा रहा है कि नवाबी दौर की इमारतें दिन व दिन बदहाल होती जा रही हैं
और जर्जर होकर क्षतिग्रस्त होकर खत्म होती जा रहीं हैं ऐसे में पुरातत्व विभाग
उनके बचाव के लिए कोई भी काम करता नजर नहीं आ रहा है ।