तस्वीर में बेहद निश्चिंत छोटा सा सोता हुआ उल्लू का बच्चा है। (baby owl)
जो अपने ही पेट के बल उल्टा सो रहा है । (sleeping)
सोते वक़्त उसके पैर एक दम सीधे है । (face down)

और किसी इंसान के बच्चे की ही तरह गहरी नींद में बिल्कुल सुस्ती में लेटा हुआ है।
सच ही तो है बचपन किसी का भी हो चाहे इंसानों के बच्चों का या फिर किसी भी पक्षी के नन्हें परिंदे का हमेशा बेफिक्र नींद से भरपूर ही तो होता है ।
चैन की नींद और ये बचपन और माँ -पिता के सानिध्य में ही तो
आराम फरमाता है।
और सुकून भरी ये चैन की नींद तब तक ही है जब तक वो उड़ान भरना नही सीख जाते ।
जब पहली उडान भरना सीखते है उसी दिन से शुरू होती है दाना पानी की खोज़ ,
इसी दाना पानी की खोज़ में इंसान हो या ये पक्षी सभी समय के चक्र के साथ भागते हुए फंस जाते है ।
वैसे आपको हैरानी इस बात की होगी की ये अपने पेट के बल सो रहा है और ये इसी मुद्रा में सोता है ।
क्युकीं इस बेबी आउल का सर ही इतना बड़ा होता है की ये अपना ही वजन नही सम्भाल पाते है ।

साथ ही जब ये उल्लू व्यस्क होते है , तो पेड़ पर बैठे बैठे ही सो जाते है , क्योंकि उसका पिछला पैर का अंगूठा शाखा को पकड़े रहता है।
प्राचीन यूनानियों में बुद्धि की देवी, एथेन के बारे में कहा जाता है कि वह उल्लू का रूप धारकर पृथ्वी पर आई , वही
भारतीय पौराणिक कहानियों में भी यह उल्लेख मिलता है कि उल्लू धन की देवी लक्ष्मी का वाहन है समृद्धि और धन लाता है।
जीवन से जुडे अनेक विचार और पहलू इस छोटे से उल्लू के बच्चे को देख के सीखे जा सकते है ।
आपको ये उल्लू का बच्चा क्या सिखलाता है ?? इसे देख कर आपके मन में सबसे पहला विचार क्या कौंधा हमें भी कोमेन्ट के माध्यम से बताइए ।