त्रिपुरा में मुसलमानों के साथ हो रहे जुल्म ज्यादति और सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ मुस्लिम
महासभा मध्य प्रदेश ने महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम राज्यपाल महोदय को दिया ज्ञापन
मुस्लिम महासभा मध्य प्रदेश भोपाल ने मांहामहिम राष्ट्रपति महोदय,
राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली (भारत) को संबोधित करते हुए लिखा है की
त्रिपुरा में हो रही मुस्लिम समुदाय के खिलाफ साम्प्रदायिक हिंसा एवम आगजनी की खबरें दैनिक
समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हो रही है जिससे मुस्लिम समाज की
धार्मिक स्थलों (मस्जिदों में आगजनी एवम तोड़ फोड़ की वारदात के साथ मुस्लिम समुदाय
के प्रतिष्ठानी एवं घरों में तोड़फोड़ व आगजनी खुलेआम पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में की जा रही है।
जिससे यह प्रतीत होता है के साम्प्रदायिक दंगों को राज्य शासन का समर्थन प्राप्त है।
जिससे त्रिपुरा के कई इलाकों में साम्प्रदायिकता का माहौल बना हुआ है।
सम्पूर्ण घटना राज्य शासन के संज्ञान में होने के बावजूद कोई कठोर कदम
नहीं उठाया गया जिसमे हिंसा करने वाले लोगों को बल मिल रहा है।
अतः महामहिम से मुस्लिम महासभा मध्य प्रदेश भोपाल का अनुरोध है
कि इस प्रकार की सांप्रदायिक घटनाओं को तत्काल रोका जाए जिससे की हमारे
प्रधानमंत्री के देशवासियों को दिये गये वचन “सबका साथ, सबका विकास,
सबका विश्वास की गरिमा बनी रहे एवं विश्व स्तर पर नौकतांत्रिक एवं धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र
के नाम पर अपनी पहचान बनाने वाले हमारे भारत देश की छवि धूमिल ना हो कृपया उपरोक्त |
सम्पूर्ण घटनाक्रम की उच्च स्तरीय जॉच कराकर दोषियों पर कार्यवाही एवं शांति |
बहाली हेतु त्रिपुरा राज्य शासन को आदेशित करने की कृपा करें
इस आशय का ज्ञापन मुनव्वर अली खान मुस्लिम महासभा मध्य प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व
में 2 नवंबर 2021 को मध्य प्रदेश के राज्यपाल को दीया गया जिसमें
सचिव यूसुफ ख़ान, प्रदेश महा मंत्री इरशाद अली ख़ान
प्रदेश संगठन मंत्री मोहम्मद फहीम , भोपाल संभाग प्रभारी मोहम्मद कलीम,
भोपाल जिला अध्यक्ष मोहम्मद अली , जिला उपाध्यक्ष मुबीन खान एवं मुस्लिम महासभा
के सदस्य मुस्लिम बुद्धिजीवी तथा मुस्लिम समुदाय के अधिकतर लोग मौजूद रहेंगे और राज्यपाल
महोदय को मुस्लिम समुदाय की चिंता से अवगत कराते हुए यह मांग रखेंगे के त्रिपुरा सरकार
को तुरंत बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाय और अल्पसंख्यक मुस्लिमो पर
हमला करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाय.