
साल 2021 का आखिरी ग्रहण लगने जा रहा है
यह सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर को लगने वाला जिसका असर भारत पर कितना प्रभाव पड़ेगा या नहीं.
इसका अंदाजा लगाना थोड़ा मुश्किल है, हालांकि कुछ लोग इसे कोरोना के इस नए वेरिएंट omicron से भी जोड़ने की कोशिशें कर रहे है
लोगों को यह भी लग रहा है कि क्या सूर्य ग्रहण के आने से omicron वायरस लोगों पर कितना नुकसान पहुंचेगा,
जिस कारण लोगों की नींद और चेन सब खोने लगा है
आपको बता दें यह नया वेरिएंट बेंगलुरु के कुछ लोगों के बीच जा चुका है
अब पहले से भी ज्यादा सतर्क होने की आवश्यकता हो गई है।

अगर बात करें सूर्य ग्रहण की तो इसका असर omicron वायरस की वजह से पूरे विश्व मे
किन्हीं कुछ देशों में होगा इसका असर यह सूर्य ग्रहण कल 4 दिसंबर, सुबह 10 बजकर 59 मिनिट में लगेगा और
दोहपर 3 बजकर 7 मिनिट में यह ग्रहण समाप्त हो जाएगा और जिन देशों में इसका सबसे ज्यादा प्रभाव होगा
जिसमें सबसे पहला नाम है साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, नाम्बिया, प्रशांत महासागर, हिन्द महासागर और
अंटार्टिका में भी दिखाई देगा और जिनको इस बात को जानने की जिज्ञासा है कि भारत मे दिखाई देगा या नहीं या
फिर इसका इस नए वेरियंट से समंध होगा या नहीं तो हम आपको बता दे
कि सूर्य ग्रहण का असर भारत मे दिखाई नहीं देगा
जिस कारण इसका प्रभाव इस नए वायरस पर भी नहीं पड़ेगा।
लेकिन फिर भी इस नए वायरस से बचने की ओर भी ज्यादा जरूरत है ,
और भले ही सूर्य ग्रहण का प्रभाव उतना नही है लेकिन फिर भी कुछ सतर्कता बरतने की ज़रूरत है ।
तो आइए जाने कैसे करें खुद का बचाव।
1) जिन लोगों की राशि वृश्चिक राशि है चाहे वो लोग देश के किसी भी जगह पर रह रहे है
उन्हें अपने स्वास्थ्य का जरूरत से ज्यादा ख्याल रखने की आवश्यकता है।
2) भले ही भारत मे सूतक नहीं होगा मंदिर सभी जगह खुले रहेंगे उन्हें भी इस बात का ध्यान रखना है कि भीड़भाड़ में जाने से बचें।
3) जो महिला गर्भवती है उन्हें कल के दिन बिल्कुल बहार जाने ना दें और जितना हो सकें
आगे भी उनका ख्याल रखें। इससे उनके स्वास्थ्य और बच्चे पर इसका प्रभाव नहीं पड़ेगा।
4) जितना हो सके अब बार बार हाथ धोएं। अपने और अपने परिवार को ट्रेवल करने से रोकें।
अब जानते है omicorn के कुछ प्रमुख लक्षण

1) बदन दर्द
इस वायरस में आपको पूरे शरीर मे जरूरत से ज़्यादा बदन दर्द होता है,
और कई तरह के दर्द का सामना करना पड़ सकता है जिसमें कि आपको पहले थकान होना महसूस होने लग जाती है
फिर दर्द धीरे धीरे बढ़ने लगता है।
2) तेज बुखार-
ऐसा साउथ अफ्रीका में पता लगाया है कि पहले के डेल्टा वायरस के होने से तेज बुखार तेजी से बढ़ता था
लेकिन इसमें आपको बुखार आने की सम्भावना दिखाई नही देगी।
3) नाक का बंद होना
जब भी कोरोना का नया वायरस आया है लोग नाक बंद होने की ज्यादातर शिकायत के मामले सामने भी आये है
लेकिन यह वेरियंट इतना खतरनाक होगा कि हमें इस बात का अनुभव भी नही होने देगा।
ऐसा बताया जा रहा है कि जितना बुरा असर यह डेल्टा वायरस था उतना यह कह पाना मुश्किल है
लेकिन फिर भी हम सभी को सतर्क होने की आवश्यकता है क्योंकि अभी तक कुछ कहा नहीं जा सकता है
यह omicron वायरस कितना असर देगा यह आने वाला समय ही निर्धारित करेगा।
लेकिन तब तक बहुत ज़रूरी है दूरी बनाए रखना बिना मास्क के बहार ना जानना