Bhopal News 
भोपाल मेमोरियल हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (बीएमएचआरसी) में एक्सरे मशीन करीब 10 साल पुरानी होने की वजह से तीन महीने में करीब चार बार खराब हो चुकी है।

यह वजह है कि यहां आने वाले मरीज एक्सरे करवाने के लिए परेशान हो रहे हैं। मरीजों का एक्सरे तीन दिन से नहीं हो पा रहा है, क्योकि एक्सरे मशीन खराब है। हर दिन 15 से 20 मरीजों को एक्सरे के लिए परेशान होना पड़ रहा है। मशीन खराब होने की वजह से मरीज या तो निजी अस्पतालों में जा रहे हैं या फिर कमला नेहरू व दूसरे गैस राहत अस्पतालों में जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनका कम से कम एक दिन बेकार जा रहा है। बीएमएचआरसी में एक्सरे की सिर्फ एक मशीन है। वह भी डिजिटल नहीं है। ऐसे में कई मरीजों को डिजिटल एक्सरे के लिए डॉक्टर दूसरे अस्पताल में रेफर करते हैं। बारीक फ्रैक्चर के अलावा कमर के एक्सरे के लिए कई बार डॉक्टर डिजिटल एक्सरे लिखते हैं।

सूत्रों की माने तो अब अस्पताल के लिए डिजिटल एक्सरे मशीन खरीदने की तैयारी चल रही है।

इस मशीन से मरीजों के एक्सरे की गुणवत्ता अच्छी रहेगी। एक मशीन खराब होने से दूसरी में एक्सरे किया जा सकेगा। बीएमएचआरसी के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक त्रिपाठी के करीब एक महीने की छुट्टी पर जाने की वजह से दिल के मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन के संयोजक अब्दुल जब्बार ने गैस राहत मानीटरिंग कमेटी को पत्र लिखकर डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ रिसर्च की ओर से जल्द कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि कार्डियोलॉजी विभाग के दो सीनियर रेसीडेंट पहले ही अस्पताल छोड़कर जा चुके हैं।

अब कार्डियोलॉजिस्ट भी नहीं हैं। इसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन को मरीजों की चिंता नहीं है।

अस्पताल की डायरेक्टर डॉ. प्रभा देशिकन 15 दिन के लिए अमेरिका प्रवास पर हैं। ऐसे में अस्पताल के हालातों के बारे में आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां पर आने वाले मरीजों को इलाज किस तरह से किया जा रहा है।

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