कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम

ने शनिवार को कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत में व्यवधान उत्पन्न करने की कोशिश करने के लिए भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की आलोचना की और बहुमत परीक्षण कराने का आदेश देने के लिए सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद किया। उन्होंने साथ ही सर्वोच्च न्यायालय के विश्वास मत प्रक्रिया का सीधा प्रसारण करने की इजाजत देने के फैसले की भी सराहना की।

उन्होंने ट्वीट किया, “कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत से पहले भाजपा कितने उपाय करेगी?

कितने व्यवधान वे उत्पन्न करेंगे? पहला, हमें 15 दिन दो। दूसरा, एंग्लो-इंडियन सदस्य। तीसरा, गुप्त मतदान। चौथा, प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति में षड्यंत्र। पांचवा, विधायकों ती तलाश जारी है।”

उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के प्रति राजनीतिक पार्टियों के बीच ‘विश्वास की कमी’ की आलोचना करते हुए कहा, “शुक्र है, सर्वोच्च न्यायालय है।”

उन्होंने कहा, “मैं सर्वोच्च न्यायाल को सलाम करता हूं। अब कांग्रेस और जेडी(एस) विधायकों को अपने संबंधित पार्टियों के साथ खड़ा होने और संविधान को बचाने दीजिए।”

उन्होंने कहा, “कर्नाटक में सिर्फ यह दांव पर नहीं है कि सरकार कौन बनाएगा, बल्कि कौन अपने मतदाताओं के प्रति वफादार रहेगा और अपने मतदाताओं के फैसले को बनाए रखेगा।”

चिदंबरम ने कहा, “विश्वास मत में देरी या व्यवधान उत्पन्न करने के भाजपा के सभी प्रयास विफल हो चुके हैं। अब मैं आश्वस्त हूं कि कांग्रेस और जेडी (एस) विधायक येदियुरप्पा को हरा देंगे।”आईएएनएस

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