PM Modi angry on Sadhvi's statement

Bhopal News – महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान पर भोपाल सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पूरी तरह से घिर गई हैं।

उनके बयान के बाद से बीजेपी का हाईकमान डैमेज कंट्रोल में जुटा हुआ है। न सिर्फ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कड़े शब्दों में प्रज्ञा के बयान की निंदा की है। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में पीएम मोदी ने सख्त शब्दों में कहा कि प्रज्ञा और बाकी लोग जो गोडसे और बापू के बारे में बयानबाजी कर रहे हैं, वह खराब है। भले ही प्रज्ञा ने माफी मान ली हो, लेकिन मैं दिल से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाऊंगा।

पीएम नरेंद्र मोदी ने इंटरव्यू में प्रज्ञा के बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, गांधी और गोडसे के संबंध भयंकर खराब है, हर प्रकार घृणा के लायक है,आलोचना के लायक है,सभ्य समाज में ऐसी बातें नहीं कही जा सकती हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘उन्होंने भले ही माफी मांग ली हो, लेकिन मैं दिल से कभी उन्हें माफ नहीं कर पाऊंगा।

बता दें कि मालेगांव धमाके को लेकर भोपाल सीट से प्रज्ञा सिंह ठाकुर की उम्मीदवारी पर विपक्ष की तीखी आलोचना के बावजूद बीजेपी के कई नेताओं ने साध्वी का समर्थन किया था, लेकिन प्रज्ञा के बयानों से पार्टी को बैकफुट पर जाना पड़ा है। दूसरी ओर विपक्ष भी लगातार निशाना साध रहा है। विपक्ष का कहना है कि भोपाल सीट पर चुनाव हो जाने के बाद पीएम मोदी प्रज्ञा का विरोध कर रहे हैं।

यह उन्हें पहले करना चाहिए था।

इसके पहले नाथूराम गोडसे पर बीजेपी नेताओं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े और सांसद नलीन कटील के बयानों पर सियासी बवाल के बाद बीजेपी ने सफाई जारी की। बीजेपी नेताओं के बयानों से भड़के पार्टी चीफ अमित शाह ने कहा कि इन नेताओं के ये बयान उनके निजी बयान हैं और पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।शाह ने तीनों बयानों को अनुशासन समिति को भेजने की बात कही है। अनुशासन कमिटी सभी नेताओं से जवाब मांगेगी और 10 दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपेगी।

बता दें कि राष्ट्रपिता गांधी की हत्या करने वाले गोडसे पर साध्वी प्रज्ञा और अनंत कुमार हेगड़े के बाद बीजेपी के सांसद नलीन कटील ने भी विवादित बयान दिया था।

कर्नाटक की दक्षिण कन्नड़ सीट से सांसद नलीन कटील ने 1984 के सिख दंगों का हवाला देते हुए लिखा कि गोडसे ने तो एक व्यक्ति को ही मारा, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने तो 17 हजार लोगों को मारा। हालांकि विवाद बढ़ता देख नलिन ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को देशभक्त बताया था,जबकि हेगड़े ने गोडसे के प्रति नजरिया बदलने की बात कही थी। शाह ने गोडसे को लेकर दिए बयानों पर कड़ा रुख दिखाते हुए कहा, पिछले 2 दिनों में अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील के जो बयान आए है

वहां उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से बीजेपी का कोई संबंध नहीं है। इन लोगों ने अपने बयान वापस लिए हैं और माफी भी मांगी है। फिर भी सार्वजनिक जीवन और बीजेपी की गरिमा और विचारधारा के विपरीत इन बयानों को पार्टी ने गंभीरता से लेकर तीनों बयानों को अनुशासन समिति को भेजने का निर्णय किया है। अनुशासन समिति तीनों नेताओं से जवाब मांगकर उसकी एक रिपोर्ट 10 दिन के अंदर पार्टी को दे, इस तरह की सूचना दी गई है।’

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