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5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सेमीफाइनल मैच की तरह माने जा रहे थे।

जिसमे कांग्रेस भाजपा से काफी आगे निकल गई है। कांग्रेस ने भाजपा को अहसास करा दिया है कि भाजपा का ”कांग्रेस मुक्त भारत” नारा कभी पूरा नहीं होगा, जिसे बोलकर भाजपा ने 2014 में केंद्र की सत्ता हासिल की थी। इन नतीजों के बाद भाजपा अपनी कमजोरी का पता लगाने में जरूर जुटी है, लेकिन इन 5 राज्यों से आने वाली लोकसभा की 83 सीटों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। इन सीटों को मजबूत कर भाजपा और कांग्रेस अपने पाले में डालने की फ़िराक में रहेंगे।

5 में से 3 राज्यों मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सत्ता की कुर्सी पर कांग्रेस बैठने वाली है।

जबकि अन्य 2 राज्यों तेलंगाना और मिजोरम में भी कांग्रेस की स्थिति भाजपा से बेहतर है। अगर बात लोकसभा सीटों की हो तो जिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं वहां कुल लोकसभा सीटें 83 हैं। इन 5 राज्यों के चुनाव परिणामों से ऐसा लगा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को बड़ा झटका लग सकता है। जबकि कांग्रेस को लाभ मिल सकता है। वहीं 83 सीटों का आंकड़ा कोई छोटा आंकड़ा नहीं होता है। यह किसी भी पार्टी की स्थिति बिगाड़ सकती है और बेहतर भी बनाने का दम रखती है।

मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों पर चुनाव हुआ, जिनमें से बहुमत के लिए 116 सीटों की आवश्यकता है

जहां कांग्रेस बहुमत की ओर है। अभी कांग्रेस ने 114 , जबकि भाजपा ने 108 सीटों पर बढ़त हासिल की है। वहीं यहां लोकसभा सीटों की संख्या 29 हैं। इन नतीजों को देखकर लगाता है कि लोकसभा चुनावों में भाजपा केवल 14 सीटें ही जीत सकती है। वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो वह 16 सीटें जीत सकती है।

वहीं दूसरी ओर तेलंगाना विधानसभा की 119 सीटों पर चुनाव हुआ, जिनमें से बहुमत के लिए 60 सीटों की जरूरत है।

अभी कांग्रेस ने 19, जबकि भाजपा 1 सीट पर बढ़त बनाये है। वहीं यहां लोकसभा सीटों 17 हैं। अगर इन नतीजों से अनुमान लगाएं तो लोकसभा चुनावों में भाजपा को 1 भी सीट नहीं मिलेगी। वहीं अगर कांग्रेस 3 सीटें जीत सकती है।

5 राज्यों में कितनी है लोकसभा सीटें

मध्य प्रदेश- 29 राजस्थान- 25 तेलंगाना- 17 छत्तीसगढ़- 11  मिजोरम- 1

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