Mallya

मुंबई – भारतीय बैंकों से 9000 करोड़ रुपए लेकर चंपत हुए शराब कारोबारी विजय माल्या के लिए मुंबई के आर्थर रोड जेल में उच्च सुरक्षा वाली बैरक तैयार की गई है।

किंगफिशर एयरलाइन्स के पूर्व कर्ताधर्ता 62 वर्षीय माल्या पिछले साल अप्रैल में एक प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तारी के बाद से जमानत पर है। जेल के एक अधिकारी ने कहा अगर माल्या को भारत लाया जाता है, तो उसे जेल परिसर के अंदर दो-मंजिला इमारत में स्थित एक उच्च सुरक्षा वाली बैरक में रखा जाएगा।

जेल के इसी हिस्से में 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के दोषी अजमल कसाब को रखा गया था।

अधिकारी ने कहा कि जेल प्रशासन माल्या को यहां अपने सुधार केंद्र में सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अगर माल्या को यहां लाया जाता है, तो हम उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे।

अधिकारी ने बताया चिकित्सकीय आपात स्थिति में माल्या को बैरक से लगे चिकित्सा केंद्र में इलाज के लिए ले जाया जा सकता है, जहां कैदियों के प्राथमिक उपचार के लिए डॉक्टर और अन्य कर्मचारी होते हैं। अधिकारी के अनुसार, उच्च सुरक्षा वाली बैरक अन्य कोठरियों से अलग हैं। इनमें लगातार सीसीटीवी की निगरानी होती है और अत्याधुनिक हथियारों के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।

वेस्टमिंस्टर कोर्ट की मुख्य मजिस्ट्रेट ने भारतीय जेलों की दुर्दशा का हवाला देकर माल्या के वकीलों द्वारा मानवीय आधार पर प्रत्यर्पण नहीं करने का बहाना नहीं माना।

मजिस्ट्रेट ने कहा मुंबई की आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12, जहां माल्या को रखा जाएगा, का वीडियो हमने देखा है। वीडियो में बैरक की सही स्थिति पता चली है। उसे हाल ही में फिर से सजाया गया है। वहां माल्या को डायबिटीज व हार्ट की बीमारी की मेडिकल केयर मुहैया कराई जाएगी। जेल में माल्या को परेशानी होगी, यह दलील मानने का कोई आधार नहीं है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि मुंबई की आर्थर रोड जेल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कारावासों में से एक है। अधिकारी का यह बयान तब आया था जब ब्रिटेन ने भारतीय अधिकारियों से आर्थर रोड जेल का एक वीडियो भेजने को कहा था जहां माल्या को प्रत्यर्पण के बाद रखने की योजना है। केंद्र सरकार ने भी आर्थर रोड जेल में कैदियों की सुरक्षा व्यवस्था का आकलन कर यूके सरकार को उसकी जानकारी दे दी थी।

बैरक नंबर 12 में फिल्म अभिनेता संजय दत्त, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री छगन भुजबल, शीना बोरा मर्डर केस के आरोपी पीटर मुखर्जी और 26/11 आतंकी हमले के एक मात्र जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल आमिर कसाब को बंद किया जा चुका है। फिलहाल यहां पीटर मुखर्जी बंद हैं। लंदन कोर्ट में सरकार की तरफ से दावा किया गया कि इस सेल में साफ हवा, रोशनी और आंगन की भी व्यवस्था है।

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