Subramanyan

वोरा की ओर से वरिष्ठ वकील चीमा ने कहा- ट्वीट कर आरोपियों का चरित्र हनन कर रहे हैं स्वामी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी पर

आरोप लगाया कि वह सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देकर नेशनल हेराल्ड केस की सुनवाई को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। वोरा की तरफ से अडिशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के सामने पेश हुए वरिष्ठ वकील आर.एस.चीमा ने कहा कि स्वामी ट्वीट कर आरोपियों का चरित्र हनन कर रहे हैं।

वकील ने कहा ‎कि स्वामी आरोपियों के वकील का भी अपना कर रहे हैं

और केस पर प्रतिक्रिया देकर चल रही जांच को भी प्रभावित कर रहे हैं। वोरा की एक और वकील तरन्नुम चीमा कोर्ट से अपील की कि वह स्वामी को मामले में ट्वीट करने से रोकने के लिए निषेधाज्ञा लगाए। मामले में अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी जब स्वामी आवेदनों का जवाब देंगे।

उल्लेखनीय है कि स्वामी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी और अन्य के खिलाफ निजी आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। स्वामी ने वोरा पर आरोप लगाए थे कि वह तुच्छ आवेदनों के जरिये कोर्ट का समय बर्बाद कर रहे हैं।

वहीं, एक आवेदन में वोरा ने कहा कि उन्होंने बार-बार यह नोटिस किया है कि स्वामी मामले की दैनिक सुनवाई को लेकर सोशल मीडिया पर कई पोस्ट डालते हैं जिसका मकसद आरोपियों को अपमानित करना और कोर्ट की मानहानि करना है। कर विभाग के अनुसार राहुल गांधी के वर्ष 2011-12 के कर आकलन को फिर से खोलने का फैसला किया गया क्योंकि उन्होंने उसमें यह जानकारी नहीं दी कि वह 2010 से कंपनी यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक थे।

विभाग के अनुसार राहुल की यंग इंडिया में जितनी हिस्सेदारी है उसके मुताबिक उनकी आय 154 करोड़ रुपए होती है न कि 68 लाख रुपए जैसा कि पहले आकलन किया गया था। आयकर विभाग तात्कालिक मामले में आयकर कानून की धारा 147 को लागू करता है।

इस धारा के तहत उस आय को कर नेट में लाया जाता है जो कि वास्तविक आकलन के दौरान शामिल नहीं थी।

कर विभाग पहले ही यंग इंडिया को आकलन वर्ष 2011-12 के लिए 249.15 करोड़ रुपये का नोटिस जारी कर चुका है। वहीं, मामले के सभी सातों आरोपियों राहुल और सोनिया, मोती लाला वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस, सुमन दुबे, सैम पित्रोदा और यंग इंडियन ने उनपर लगे आरोपों को खारिज किया है।

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