UP government sent buses to the border for people walking home from Delhi
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राजधानी दिल्ली छोड़कर मजबूरन पैदल अपने घर जाने वाले लोगों के लिए बसों की व्यवस्था की गई है।

उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राजधानी दिल्ली छोड़कर मजबूरन पैदल अपने घर जाने वाले लोगों के लिए बसों की व्यवस्था की गई है। सरकार ने उत्तर प्रदेश-दिल्ली बॉर्डर के पास 200 बसों की व्यवस्था की है। यह बसें गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर पर लगाई गई हैं, जिनकी सेवा हर दो घंटे में मिलेगी।

संपूर्ण देश में शनिवार को लॉकडाउन का चौथा दिन है।

देश के विभिन्न हिस्सों से दिहाड़ी मजदूरी करने वाले और अन्य गरीब लोगों का पलायन जारी है। सबसे ज्यादा पलायन राजधानी दिल्ली से हो रहा है। हर दिन हजारों की संख्या में लोग वाहन की तलाश में राजधानी से सटे विभिन्न बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं। इसी तरह का नजारा शनिवार को भी देखने को मिला। गाजीपुर बॉर्डर पर अपने गंतव्य को जाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों का जमावड़ा देखने को मिला।

यूपीएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक राज शेखर ने शनिवार को एक सर्कुलर जारी कर कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशों पर उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम दिल्ली से सटे बॉर्डर जिलों में विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों को परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए बसों की तैनाती कर रहा है। ये बसें नोएडा और गाजियाबाद पहुंचनी भी शुरू हो गई हैं। ये बसें फिलहाल सुबह आठ बजे से हर दो घंटे पर अलग-अलग जिलों के लिए प्रस्थान करेंगी।

राज शेखर ने कहा, यूपीएसआरटीसी ने सभी जिलाधिकारियों, एसएसपी व एसपी से अनुरोध किया है वे अपने सभी बॉर्डर चेक प्वॉइंट्स पर इन बसों को न रोकने संबंधी सूचना जारी करें। सभी से अनुरोध है कि इन बसों को अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंचने के लिए अनुमति दें और सुविधा प्रदान करें।

राज शेखर ने कहा, हम सभी डीएम से अनुरोध करेंगे कि वे आज और कल उनके जिलों तक पहुंचने वाली बसों पर ध्यान दें और टर्मिनेशन प्वॉइंट्स पर नजर रखने वाले सभी यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग की व्यवस्था करें और पैसेंजर्स डिटेल्स को भी बरकरार रखें।

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