दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पराली से राजधानी के गांवों में खेत में ही खाद
बनाने के दावे को निराधार और झूठा बताते हुए रविवार को कहा कि उलटे किसानों पर मुकदमें कर उन्हें तंग किया जा रहा है।
श्री विधूड़ी ने कहा कि दिल्ली के किसी भी गांव में पराली से खाद नहीं बनाई जा रही है
और इसे जलाने के आरोप में किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
किसानों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है जिससे किसानों में केजरीवाल सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों राजधानी में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था
और मुख्यमंत्री इसकी मुख्य वजह पड़ोसी राज्यों में किसानों के खेत में ही पराली जलाना बता रहे थे।
वहीं दिल्ली सरकार की तरफ से टेलीविजन चैनलों और अन्य माध्यमों से जोरशोर से यह प्रचार कर दावा किया जा रहा है
कि राजधानी के ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की तरफ से खेत में ही पराली से खाद बनाई जा रही है।
श्री बिधूड़ी ने सरकार के दावे को झुठलाते हुए कहा आज दिल्ली देहात के कई गांवों का दौरा
करने के बाद दरियापुर और दर्जनों गांवों के किसानों की एक महापंचायत को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार लगातार यह प्रचार कर रही है
कि दिल्ली में पराली से खाद बनाने की मशीनें लगाई गई हैं लेकिन उन्हें किसी गांव में ऐसी
कोई मशीन नहीं देखने को मिली। उन्होंने कहा कि किसानों ने पराली जमा कर रखी है
लेकिन उसको खाद में बदलने का कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है।
किसान महापंचायत का आयोजन दिल्ली प्रदेश किसान मोर्चा के अध्यक्ष विनोद सहरावत ने किया।
दिल्ली प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष जयवीर राणा ने भी किसानों की इस महापंचायत को संबोधित किया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में दिल्ली देहात के किसान उपस्थित थे।