Aamir mehmoob Infulancer
भोपाल में गंगा जमुनी तहजीब का धार्मिक समागम: सालाना इज्तिमा का उत्कृष्ट समापन

गंगा जमुनी तहजीब को जिंदा रखते हुए हुआ सालाना इज्तिमा का समापन… मोटिवेशनल स्पीच और कंपीटिशन भी हुए

भोपाल। सालाना इज्तिमा Bhopal Ijtima का आखिरी दिन अपने उस मकसद पर पहुंचा, जिसके लिए यह तीन दिवसीय मशक्कत की गई थी। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध और जैन समाज के धर्मगुरुओं ने एक मंच आकर इस शहर की गंगा जमुनी तहजीब के जिंदा होने का ऐलान कर दिया। आखिरी दिन कई रोचक, ज्ञानवर्धक, मनोरंजक और इंसानियत के तकाजे कायम रखने वाले कार्यक्रम भी हुए।

एमपी मुस्लिम माइनोरिटी एसोसिशन और अन्य संस्थाओं के सहयोग से हुए 3 दिनी सालाना इज्तिमा के आखिरी दिन रविवार को मोती मस्जिद बगिया आपसी भाईचारे और सौहाद्र का मंच सजा हुआ था। इस दौरान सभी धर्मों से ताल्लुक रखने वाले धर्मगुरुओं ने अपनी बात रखी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी धर्म आपस में बैर रखने की शिक्षा नहीं देता है। हर धर्म की पवित्र किताब मानवता, एक दूसरे के प्रेम, स्नेह और मदद की भावना रखने, सभी के लिए भलाई के विचार रखने का संदेश देती हैं। धर्म गुरुओं ने कहा कि इस शहर की संस्कृति आपसी भाईचारे और सौहाद्र के लिए दुनियाभर में अपना खास मुकाम रखती है। उन्होंने कहा कि हम इस तहजीब को बरकरार रख लें तो यही हम सबके लिए, इस शहर के लिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक तहरीर होगा। काजी ए शहर सैयद मुश्ताक अली नदवी ने इस यादगार मंच पर सभी धर्मगुरुओं का स्वागत भी किया और इस बेहतर मौके को बनाने वाले सभी लोगों को शुक्रिया भी अदा किया। उन्होंने कहा कि ऐसी कोशिशें और प्रोग्राम भविष्य में भी जारी रखे जाना चाहिए।

आमिर महबूब ने किया मोटिवेशन

शहर के मोटिवेशनल स्पीच के माहिर आमिर महबूब (Aamir Mehboob) की खास क्लास इस मंच पर हुई। इस दौरान उन्होंने लोगों को जिंदगी में अपना लक्ष्य तय कर काम को आगे बढ़ाने की हिदायत दी। आमिर ने कहा कि असफलता उन्हीं के हिस्से आती है, जो कामयाबी के लिए कदम आगे बढ़ाते हैं। निरंतर कोशिश से एक दिन सफलता आपके पास होगी, इस बात का यकीन हाथ से छूटना नहीं चाहिए। समापन सत्र में स्कूल ऑफ लॉ वैक्शन यूनिवर्सिटी हैदराबाद के प्रो नेहाल अहमद नदवी ने सोशल एक्टिविस्ट और एनजीओ संचालकों से बात की। उन्होंने इन्हें जरूरी मशविरे देते हुए कई बातों की जानकारी भी दी।

कितनी है दीन की जानकारी

सालाना इज्तिमा के समापन सत्र में दीनी मालूमात पर आधारित क्विज का आयोजन भी किया गया। आयोजक मंडल में शामिल मौलाना सैयद साद अली नदवी ने बताया कि मर्द और औरत दोनों की सहभागिता वाले इस कार्यक्रम का मकसद लोगों को दीनी जानकारी में इजाफा करना था। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में शामिल हुए लोगों को प्रमाण पत्र और विजेताओं को पुरस्कार से नवाजा गया।

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