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मध्य प्रदेश का नया कानून: कहीं मुश्किलों का अंबार, कोई रियायतों पर सवार

मध्य प्रदेश में नया बंद कानून: क्या यह सभी पर समान है?

नियम, कानून, कायदा और व्यवस्था सबको एक सूत्र में बांधने का तरीका होता है। सभी पर समान बंदिश और रियायत इससे देने की शासन प्रशासन की मंशा होती है। लेकिन नियमों की व्याख्या व्यक्ति, वर्ग, क्षेत्र, संस्था देखकर की जाए तो ये अन्यायपूर्ण भी है और आपत्तिजनक भी। प्रदेश में नई सरकार की आमद के साथ लागू किए गए नियम कुछ ऐसे ही हालात बना रहे हैं।
मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक नया कानून लागू किया है, जिसके तहत सभी दुकानें और बाजार रात 11 बजे तक बंद हो जाना चाहिए। इस कानून का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में प्रदूषण और आवागमन की समस्या को कम करना है। इस नियम के जरिए शहरवासियों में एकरूपता और समान व्यवस्था देने की नीयत भी है। साथ ही शहर में अपराधों पर अंकुश और कानून 3का शिकंजा बरकरार रखना भी एक उद्देश्य है।

हालांकि इस कानून से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके इतर जिन लोगों, संस्थाओं और कंपनियों को इससे आजाद रखा गया है, वह बंधन में आए लोगों को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे हैं।

खाना और बुनियादी सुविधाओं की समस्या

रात 11 बजे तक बंद होने के कारण लोगों को रात में खाने और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए परेशानी हो रही है। कई बार लोगों को रात में खाना खाने के लिए काफी दूर जाना पड़ता है। इसके अलावा कई दुकानें जो जरूरी सामान बेचती हैं, वे भी रात 11 बजे तक बंद हो जाती हैं। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।

व्यापारियों को हो रही परेशानी

11 बजे तक बंद होने के कारण व्यापारियों को भी काफी परेशानी हो रही है। कई व्यापारियों का कहना है कि इस कानून से उनके व्यापार में नुकसान हो रहा है। वे कहते हैं कि रात में भी कई लोग खरीदारी करना चाहते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पा रहा है।

आईटी कंपनियों के लिए भी लागू होना चाहिए कानून

कुछ लोगों का कहना है कि अगर खाने और बुनियादी सुविधाओं की दुकानों को बंद करना है, तो फिर अंतरराष्ट्रीय बीपीओ और
आईटी कंपनियों के लिए भी लागू होना चाहिए कानून। कुछ लोगों का कहना है कि अगर खाने और बुनियादी सुविधाओं की दुकानों को बंद करना है, तो फिर अंतरराष्ट्रीय बीपीओ और सॉफ्टवेयर कंपनियों आईटी कंपनियों को भी बंद करना चाहिए। उनका कहना है कि आईटी कंपनियां (IT companies ) भी रात में काम करती हैं।

शराब दुकानें खुल रहीं 11.30 तक

शराब दुकानें खुल रहीं 11.30 तक

एक तरफ खानपान और जरूरी सुविधाओं से जुड़े बाजार 11 बजे बंद कराए जा रहे हैं। जबकि शहर की शराब दुकानें रात 11.30 बजे तक खुल रही हैं। इन दुकानदारों का कहना है कि उनके पास नए आदेश अब तक नहीं पहुंचे हैं।

कानून में बदलाव की मांग

लोगों की मांग है कि सरकार इस कानून में बदलाव करे। उनकी मांग है कि 11 बजे तक बंद होने के नियम को कम किया जाए। वे कहते हैं कि 10 बजे तक बंद होने का नियम ठीक रहेगा।

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