want to lose weight

डायटिंग में कितना कार्बोहाइड्रेट और फैट (carbohydrate and fat )लेना आपके लिए सही है इस बात में कोई दो राय नहीं है कि अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो आपको खाने में कार्बोबाइड्रेट की मात्रा कम करनी चाहिए। हाई कार्ब फूड, (High carb foods )जैसे वाइट ब्रेड आदि, जल्दी शुगर में तब्दील हो जाते हैं। इससे आपको जल्दी भूख लग जाती है और आपका ऐनर्जी लेवल जल्दी-जल्दी बदलता है।

खाने में लो-कार्ब रखने से आपके शरीर में मौजूद फैट ही ऐनर्जी में बदलेंगे।

लो-कार्ब

आपको भूख भी देर से लगेगी। इससे आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी। पहले लोग सोचते थे कि वजन कम करने का सबसे अच्छा तरीका है कि फैट फूड खाना बंद कर दें। इसके चलते मार्केट में फैट फ्री केक, कुकीज जैसी चीजें आ गईं जिसमें काफी शुगर होता है। वजन घटाने के लिए ये चीजें और भी नुकसानदेह हैं। न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि फैट-फ्री खाना भी नुकसानदायक ही होता है क्योंकि शरीर को कई तरह के प्रोटीन अब्जॉर्ब करने के लिए फैट की जरूरत होती है।

शॉर्ट टर्म के लिए आप डायट में लो-कार्ब और लो फैट फूड का सहारा ले सकते हैं।

सब्जी और सलाद

सब्जी और सलाद ज्यादा से ज्यादा खाएं। हो सके तो वेजिटेरियन खाना ही खाएं। लेकिन यह डायट प्लान आपको लंबे समय तक मदद नहीं कर सकता है। अक्सर लोग डायटिंग का ख्याल रखने के बावजूद वजन कम करने में सफल नहीं हो पाते हैं। आपकी डायट आपकी दिनचर्या पर निर्भर करती है। आपको कितना कार्ब, कितना फैट लेना चाहिए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप दिनभर में क्या काम करते हैं।

अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग तरह का डायट सही होता है।

ऑफिस में आपका

खाने-पीने का ध्यान रखने के अलावा आपको अपनी लाइफस्टाइल भी सही रखनी होगी। फिजिकल ऐक्टिविटी भी जरूरी है। अगर ऑफिस में आपका काम बैठे रहने वाला है तो आपको वर्कआउट के लिए अलग से समय निकालना चाहिए, लिफ्ट की जगह सीढियों का इस्तेमाल करें और योगा भी करें। चूंकि, अलग-अलग लोगों के लिए अलग डायट होते हैं, इसलिए डायटिंग के लिए आपको किसी डायटीशन की सलाह लेनी चाहिए। उन्हें अपने दिनचर्या के बारे में बताएं और उसी हिसाब से अपना डायट चार्ट बनवाएं।

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