वो एक ब्रांड है, जिस का पूरी दुनियां में नाम है ।
चिकन के चस्के में कभी ये नही जाना कि ये हलाल है या हराम है ।
फोखियत कि अंधी आंधी ने यू तो पूरी दुनियां में अपने पांव पसारे है ।
दुनियां के हर शहर में इस का बोल बाला है ।
चिकन की बड़ी दुकान k F C अब शहर में एक नही कई जगह पर अपने शटर खोल चुकी है ।
जिस में इस्तेमाल किया जाने वाला चिकन हमेशा से संदेह के कटघरे में है ।
कारण एक नही कई है, जिस की तसदीक करना हर शहरी का फर्ज है ।
वैसे तो कम्पनी अपने चिकन के हलाल होने का प्रमाण पत्र भी अपने शोरूम पर लटका कर इसके हलाल होने का दावा और वादा करती है ,
लेकिन क्या यह प्रमाण पत्र आपकी तस्दीक के लिए काफी है ? तो आप kFC के चिकन का लुत्फ उठा सकते है ।
अगर आप एक ज़िम्मेदार शहरी है और आप को अपनी सेहत और अपने घर वालो की फिक्र है
तो पहले सन्देह के इस चक्रव्यूह को काटे जिस में खड़े है आप के चंद सवाल
आखिर इतनी बड़ी तादाद में पूरे मुल्क में इतना चिकन एक साथ कैसे काट कर भेजा जाता है ❓
1 इंसान के द्वारा ?
2 मशीन के द्वारा ?
3 या करंट लगा कर मौत के घाट उतार जाता है ❓
इस को काटने वाला हाथ कितने सुरक्षित और कितने स्वस्थ है ❓
काटा हुआ चिकन कितने दिन का स्टोरेज है ❓
चिकन में कितनी दवाएं ओर कितनी मात्रा में केमिकल लोचा है ❓
सवाल ओर भी जिस के जवाब आप इस वीडियो की एक झलक में मिल जाएंगे ।
हमारा काम केवल आप तक सवाल पहुँचना था जवाब आप को तलाशने है । मर्ज़ी है आप की जिंदगी है आप की ।
✍️आबिद मोहम्मद खान