rahul gandhi
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर गरमाया राफेल मुद्दा

Rafale Deal – राफेल विमान सौदे का मुद्दा एक बार फिर ज़ोर शोर में हैं।

बीते कुछ महीनों से इस मुद्दे पर मोदी सरकार घिरी हुई हैं। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में मोदी सरकार ने माना कि रक्षा मंत्रालय से उनके कुछ कागज चोरी हो गए थे जो कि अखबार ने अपनी रिपोर्ट में छापे में हैं। इस खबर के बाद से ही कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर मोदी सरकार का घेराव किया हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिस पर उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए ये बातें बोल डाली।

30 हज़ार करोड़ का घोटाला

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पीएम मोदी ने अनिल अंबानी की जेब में 30 हजार करोड़ रुपये डालें हैं। इसके साथ उन्होंने कहां की प्रधानमंत्री को डर था की उनका राज़ खुल ना जाए इसलिए उन्होंने सीबीआई के चीफ को हटाया, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई। राहुल ग़ांधी ने कहां आपको जिसपर कार्रवाई करनी है कीजिए, लेकिन प्रधानमंत्री पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।

रक्षा मंत्रालय की फाइल में लिखा,प्रधानमंत्री ही कर रहे हैं डील

प्रधानमंत्री ने राफेल डील में ही देरी की हैं। प्रधानमंत्री को खुद इसकी जांच करवानी चाहिए। जल्द सामने आएगा कि सारा पैसा कहां गया हैं। साथ ही उन्होंने कहां की रक्षा मंत्रालय की फाइल में लिखा हैं कि प्रधानमंत्री ही डील कर रहे हैं इसका मतलब साफ है कि उनपर कार्रवाई होनी चाहिए। अगर प्रधानमंत्री को लगता है वो निर्दोष हैं तो फिर जांच करवाने दे।

इस सरकार ने सब कुछ गायब करने का क्या हैं काम

राहुल गांधी ने कहां की मोदी सरकार का काम सबकुछ गायब करना हैं। इस सरकार के राज में रोजगार-किसानों के मुद्दे के साथ राफेल की फाइलें भी गायब हैं। राहुल गांधी ने कहां की अगर कागज़ गायब हुए हैं तो इसका मतलब ये है कि कागजों में सच्चाई हैं। इनमें साफ लिखा है कि नरेंद्र मोदी सौदेबाजी कर रहे थे, अब ये बात हर कोई कह रहा हैं। उन्होंने कहा कि राफेल डील में नरेंद्र मोदी ने बाईपास सर्जरी की हैं। उन्होंने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहां की एक नई लाइन निकली है “गायब हो गया”, 2 करोड़ युवाओं को रोजगार गायब हो गया, किसानों को सही दाम, डोकलाम गायब हो गया, जीएसटी से फायदा गायब हो गया, राफेल की फाइलें भी गायब हो गईं।

Previous articleअक्षय कुमार ने अपने आप को लगाई आग, गुस्साई पत्नी बोली बच गए तो ले लुंगी जान
Next articleआधार कार्ड को वोटर कार्ड लिंक करने की याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट की ना