मेरी सीधी राजनीति जनता की राजनीति हैं - केजरीवाल

2019 Loksabha Elections – चुनावी जंग जैसे जैसे करीब आ रहीं हैं वैसे वैसे पार्टयों में गठबंधन की खबरे भी आ रहीं हैं।

लेकिन ये तो वक़्त ही तय करेंगे की कौन से पार्टी किस का साथ गठबंधन करती हैं। पिछले कुछ समय से लगातार जिस तरह मोदी विरोधी महागठबंधन की चर्चा चल रही है और सभी विपक्षी पार्टियों के एकजुट होकर चुनाव लड़ने की बात हो रही है तो उसमें अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी चर्चा में है। लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ऐसा कुछ भी होने से साफ़ इंकार किया हैं।

हरियाणा के रोहतक में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते दौरान केजरीवाल से मीडिया द्वारा एक सवाल किया गया।

सवाल में पूछा गया की जो गठबंधन की बातें चल रही हैं, ये कहा जा रहा है कि मोदी के ख़िलाफ़ सारा विपक्ष इक्कट्ठा होगा क्या आप उसमे शामिल होंगे? जिस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहां की 2019 लोकसभा चुनाव से पहले बनने वाले संभावित मोदी/बीजेपी विरोधी महागठबंधन से हमारा कोई लेना देना नहीं हैं। हम इस में हिस्सा नहीं ले रहें हैं। उन्होंने कहां की कि ‘मेरी सीधी राजनीति जनता की राजनीति हैं। जनता के विकास की राजनीति है जनता के हितों की राजनीति है हमारी कोई गठबंधन को राजनीति नहीं हमारी सीधी जनता की राजनीति हैं।

हालांक जिस तरह केजरीवाल विपक्षी दलों के साथ जिस तरह खड़े दिखाई दिए उससे लग रहा था कि आम आदमी पार्टी महागठबंधन के हिस्सा बन सकती है।लेकिन शायद इस संभावित महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस का उसको कम तवज्जो देना रास नहीं आया।

राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव मामले में आम आदमी पार्टी ने विपक्ष के उम्मीदवार को वोट देने की सिर्फ एक शर्त रखी कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद केजरीवाल को फ़ोन करके वोट देने को अपील करें। लेकिन राहुल गांधी ने फ़ोन नहीं किया। जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने उस चुनाव में हिस्सा ही नहीं लिया। बता दे की कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं ने फ़ोन ज़रूर किया लेकिन केजरीवाल नहीं माने।

 

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